Thursday, December 30, 2010

३१ दिसम्बर २०१०

--ओंम प्रकाश नौटियाल


सर्द मौसम,कोहरे का कोहराम सा है,
भोर में दिखता धुंधलका शाम का है,
ऐसे में प्रतीक्षा है,नववर्ष आने की,
यह वर्ष कुछ देर का मेहमान सा है।
’ओंम’ सब मित्रों को नववर्ष शुभ हो,
समय श्रम का है, नहीं विश्राम का है।

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