Saturday, December 30, 2017

अलविदा २०१७

बंदी देखी मंदी देखी

उन्हें सुना बघारते शेखी

गत वर्ष रहा रीता रीता

दिन अच्छे तलाशते बीता

मिला कदम कदम अचंभा जी

बाकी तो सब कुछ चंगा जी !

-ओंम प्रकाश नौटियाल

-नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

Wednesday, December 27, 2017

चंगा जी !

जिनकी चाहत बस ताली हो
जिह्वा उगले पर गाली हो
हर ओर है यह चिंता व्याप्त
क्या वही चमन का माली हो
क्या दिल्ली क्या दरभंगा जी
बाकी तो सब कुछ चंगा जी !
-ओम प्रकाश नौटियाल

Monday, December 25, 2017

कुछ सत्ता आसक्त !

भारत में भरपूर हैं ,भाँति भाँति के भक्त
क्रूर कराल कठोर कटु, कुछ कमसिन कमशक्त,
धर्म ध्वजी ध्याता ध्यानी धुनी धुरंधर कुछ
पूजक कुछ परमेष्ट के, कुछ सत्ता आसक्त !
-ओम प्रकाश नौटियाल
(पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित)

Saturday, December 23, 2017

Thursday, December 21, 2017

Wednesday, December 20, 2017

सोने चला विकास !

बहुत भाग दौड़ कर ली, बाँधी सबको आस
चूर चूर थक कर हुआ, सोने चला विकास !
ओंम प्रकाश नौटियाल

विकास

सभी उसको बुला रहे , दुविधा मध्य विकास
इक अकेली जान भला, किस के जाये पास !
ओंम प्रकाश नौटियाल

देश

हर किसी की चाह यही, बदले वह यह देश
अन्य किसी भी काम मे, ध्यान नहीं है लेश !
ओंम प्रकाश नौटियाल

Tuesday, December 19, 2017

लोग रहे अब

प्रमुख सब दलों के लिये , अच्छे यह परिणाम
एक्जिट पोल खूब  गिरे ,मुंह के बल धड़ाम !
-
एक्जिट पोल फेल हुए, अच्छा यह संकेत
इसका केवल अर्थ यह, लोग रहे अब चेत !
ओंम प्रकाश नौटियाल
(पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित )

Thursday, December 14, 2017

एक्जिट पोल

एक्जिट पोल खत्म करे, मतगणना आनंद
अंत कथा का जानना , पहले किसे पसंद ?
ओंम प्रकाश नौटियाल

Wednesday, December 13, 2017

धरती पर नहीं पाँव !

रहा घूमता नगर में, गया विकास न गाँव

प्लेन बना जल में खड़ा, धरती पर नहीं पाँव !

-ओंम प्रकाश नौटियाल

Tuesday, December 12, 2017

भोर की बात !

जिस नेता के पक्ष में, लड़े मित्र से रात ,
वह जा मिला विपक्ष में, अभी भोर की बात !
ओंम प्रकाश नौटियाल
(सर्वाधिकार सुरक्षित )

Sunday, December 10, 2017

शुद्ध हवा

हिमाचल की शुद्ध हवा ,साँस नहीं आसान
शीघ्र आउट हो तभी, चले छोड़ मैदान !

नगर के क्रिकेटर भला , लेते कैसे साँस
हिमाचल की शुद्ध हवा, आई उन्हें न रास !

आदत थी प्रदूषण की , हवा मिल गयी शुद्ध
छोड़ चले मैदान को, हुए क्रिकेटर  क्रुद्ध !
ओंम प्रकाश नौटियाल

Saturday, December 9, 2017

चुनावी खर्च

पैसा कितना हो गया , इस चुनाव में खर्च
गूगल भी ना कर सकी, अब तक इसको सर्च,
अब तक इसको सर्च, इस धन का स्त्रोत क्या था ?
काला अथवा श्वेत , पैसे का गोत्र क्या था ?
कहें ’ओंम ’ कविराय , दानी कौन है ऐसा ?
शीघ्र ही सूद संग,  वसूले   जो ना   पैसा !!
 -ओंम प्रकाश नौटियाल
( सर्वाधिकार सुरक्षित )

बेदाग औ’ सच्चे !!!



सच्चे सेवक की सुनो,एक यही पहचान

सत्ता पा संयत रहे, डिगे नहीं ईमान

डिगे नहीं ईमान, ना अहं का दास बने

जनजन को दे मान, उन्ही का बस खास बने

कहें ’ओंम’ कविराय, दिन आ सकेंगे अच्छे

लडेंगे जब चुनाव, बस बेदाग औ’ सच्चे !!!

-ओंम प्रकाश नौटियाल

बेदाग औ’ सच्चे !!!


सच्चे सेवक की सुनो,एक यही पहचान

सत्ता पा संयत रहे, डिगे नहीं ईमान

डिगे नहीं ईमान, ना अहं का दास बने

जनजन को दे मान, उन्ही का बस खास बने

कहें ’ओंम’ कविराय, दिन आ सकेंगे अच्छे

लडेंगे जब चुनाव, बस बेदाग औ’ सच्चे !!!

-ओंम प्रकाश नौटियाल

खिले हमेशा धूप !!

मित्रों सच्चे मीत की ,एक यही पहचान

पा सत्ता संयत रहे, डिगे नहीं ईमान

सच ही सच्चा मित्र है , ना बदले जो रूप

चलें यदि इसी राह पर, खिले हमेशा धूप !!

-ओंम प्रकाश नौटियाल

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(पूर्व प्रकाशित - सर्वाधिकार सुरक्षित )

Friday, December 8, 2017

फैशन में गाली है

हर चीज में मिलावट सबकुछ ही जाली हैं

सियासत में आजकल फैशन में गाली है,

दिन में जिसे दिखाये हमेशा स्वप्न सुनहरे

उस जनता की नींदें अब सपनों से खाली हैं

-ओंम प्रकाश नौटियाल

( सर्वाधिकार सुरक्षित )

Wednesday, December 6, 2017

गुजारिश

भ्रष्ट कार्यो में जितने भी बहन भाई हैं लिप्त,
कृपया कुछ दिनों की खातिर कर दें स्थगित,
सी बी आई के पास है अधिक काम का बोझ,
नोच खसोट रोक कर जरा उनकी भी हो सोच।
-ओंम  प्रकाश नौटियाल
(पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित )

Monday, December 4, 2017

अलविदा प्रिय शशि कपूर जी !!

प्यार के मौसम में, उत्सव कन्यादान

प्रेम कहानी कलयुगी , धर्मपुत्र की शान ,

क्रोधी वक्त कभी कभी, ढह देता दीवार

शशि सम जो चमका रहा, छोड़ चला उस पार !!

-ओंम प्रकाश नौटियाल

Saturday, December 2, 2017

नेतन बन भगवान

आये उनके द्वार पर, नेतन बन भगवान
रोनी सूरत दुख सुने ,मुफ्त दिया वरदान
मुफ्त दिया वरदान, बिन जी एस टी वाला
माँग लिया बस वोट, रंग में अपने  ढाला
कहें "ओंम" कविराय , ढेर वादे भी लाये
करो दुआ वह दीन, न फिर झाँसे में आये !!
-ओंम प्रकाश नौटियाल


(सर्वाधिकार सुरक्षित  )