Thursday, June 30, 2016

व्यथित बड़ी है क्वीन

नीला नभ नत श्रंग पर, मनभावन है सीन
पर इस अंध विकास से, व्यथित बड़ी है क्वीन
व्यथित बड़ी है क्वीन , कंक्रीट भार ढ़ो रही
हरियाली को हार ,  ज़ार  ज़ार  रो  रही
इतनी खाई चोट , रूप पर बहुत सजीला
शंकर जी का वास ,  कंठ जिनका है नीला
-ओंम प्रकाश नौटियाल

रंगीन सपने


Tuesday, June 21, 2016

योग

देश वही मुद्दे वही , चही व्यथित मन लोग
आज एकता सूत्र में , बाँध गया पर  योग !!!
-ओंम प्रकाश नौटियाल