Tuesday, July 31, 2018

"जोड़ो ” का दर्द !!

"जोड़ो ” का  दर्द !!
"जोड़ो ” का यह दर्द भी ,बड़ा भयंकर रोग
जोड़े फिर भी बन रहे ,बड़े नासमझ लोग,
बड़े नासमझ लोग , जानकर मक्खी निगलें
रक्खें छुरी पर पैर, और फिर रोयें पगले,
करें न ’ओम’ विवाह , बनाना ’जोड़े’ छोड़ो
मिले दर्द से छूट , खुशी से नाता जोड़ो !!
-ओम प्रकाश नौटियाल

Friday, July 20, 2018

"नीरज"

बौछार पावस की बड़ी खुशियाँ बिलोती है,
बूंदें बैठ पत्तों पर मोती संजोती हैं,
"नीरज" जी विदा क्या हुए इस भीगे मौसम में
बादल कराहते हैं बरसात रोती है !
-ओंम प्रकाश नौटियाल