Monday, September 26, 2016

आतंक

क्या कभी भी  इस जग से जाएगा  आतंक
घूमेंगे स्वछंद सभी , बिन  तनाव  निःशंक !!
-ओंम प्रकाश नौटियाल

Saturday, September 24, 2016

आराम

कुछ न करने के बाद जब आराम करता हूं ,
आलस  की  दी  हुई सारी थकान हरता हूं !!
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कुछ न करके अकसर जब  , करता हूं आराम
न उतरे  थकान फिर भी ,  ले लेता हूं जाम !
-ओंम प्रकाश नौटियाल

Saturday, September 3, 2016

माटी के प्रेमी


एक दोहा !

वोट बैंक  को  चाहिए, रहें  गरीब   गरीब
चमका रहे सदैव ही,  सियासत का नसीब !
-ओंम प्रकाश नौटियाल