Thursday, March 7, 2024
Thursday, February 15, 2024
Tuesday, February 13, 2024
Sunday, February 4, 2024
राम भरोसे
राम भरोसे
मेधावी लोग
पंक्तियों के मध्य पढ़ लेते हैं
अनलिखा,
वह भी सुन लेते हैं जो है
अनकहा,
स्थिति का सूक्ष्म विश्लेषण करते हैं
मष्तिष्क में दिन रात
तनाव भरते हैं
दूसरी ओर आमलोग
अभाव से ग्रस्त
भले हों त्रस्त
सत्ता सिखाती है कि
न कुछ सोचें
न किसी को कोसें
रहें "राम भरोसे"
भजन पूजन में व्यस्त
और बस मस्त !!
-ओम प्रकाश नौटियाल
(पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित )
Wednesday, January 31, 2024
कौंध रही है दामिनी
यह अंबुधर निवासिनी
कौंध रही है दामिनी
पंछी को आस बसेरे की
चिंता है कच्चे डेरे की
अंबुद छाए भूरे काले
अनहोनी को कैसे टालें
बहुत डराती यामिनी
कौंध रही है दामिनी
गरजें बदरा सहमे जियरा
पिया पिया गा रहा पपिहरा
जामुन टपकें हैं टप टप टप
बाहर है बारिश छप छप छप
क्रोधित सी ज्यों भामिनी
कौंध रही है दामिनी
दादुर बोल रहे टर टर टर
गौरेया फुदके फर फर फर
इधर उधर उगे कुकुर मुत्ते
अमरूद और खीरे, भुट्टे
शोर करे मंदाकिनी
कौंध रही है दामिनी
-ओम प्रकाश नौटियाल
31/01/2024
सरस्वती वंदना
आई हूं प्रातः मात द्वार
लेकर मन में श्रद्धा अपार
माँ शारदा पूजन स्तुति थाल
सुरभित सुन्दर ले पुष्प माल
--1-
लालिमा भोर नभ है ठहरी
गूंजे भजनों की स्वर लहरी
पाखंडियों से डरी सहमी
माँ तुम रक्षक तुम जग प्रहरी
ज्ञानदात्री करो तम निढ़ाल
अर्पित यह अनुपम पुष्प माल
-2-
धूप चंदन मकरंद सुगंध
धुएं का हल्का श्याम रंग
देवी सानिध्य भोर बेला
अंतस पावन उमंग तरंग
तिलक सोहे ज्ञानदा भाल
शोभित यह न्यारी पुष्प माल
-3-
हृदय में न तनिक रहे संशय
सरस्वती पूजन इक उत्सव
जीवन का श्रम श्वासों की लय
जब मात शरण तो कैसा भय
हो प्रदीप्त ज्ञान कृपा मशाल
सुरभित सुन्दर यह पुष्प माल
- ओम प्रकाश नौटियाल
31/01/2024
Sunday, January 21, 2024
Monday, January 8, 2024
Wednesday, December 27, 2023
Monday, December 25, 2023
Tuesday, December 19, 2023
Wednesday, December 13, 2023
Tuesday, December 12, 2023
Saturday, December 9, 2023
Thursday, December 7, 2023
Tuesday, December 5, 2023
Monday, November 27, 2023
Thursday, November 23, 2023
Friday, November 3, 2023
Wednesday, November 1, 2023
Thursday, October 26, 2023
Saturday, October 14, 2023
Sunday, October 1, 2023
Friday, September 22, 2023
Friday, September 15, 2023
हृदय चाहता है !
हृदय चाहता है यही
बढे़ प्रेम सद्भाव
युद्ध न हो जग में कहीं
न हो कोई अभाव
हृदय चाहता है मिले
गुणी जनों का साथ
जिनकी संगत में लगे
सिर पर प्रभु का हाथ
हृदय चाहता है रहे
हर घर सुख का वास
कोई ना वंचित रहे
न हो कोई उदास
हृदय चाहता है बढ़े
गुरु के प्रति सम्मान
विकास पथ पर ले चलें
शिक्षा अरु विज्ञान
-ओम प्रकाश नौटियाल
Wednesday, September 13, 2023
Tuesday, September 12, 2023
Monday, September 11, 2023
Friday, September 8, 2023
विश्व साक्षरता दिवस -8 सितंबर
विश्व साक्षरता दिवस -8 सितंबर
-
खूब प्रचारित हो रहा,
साक्षरता अभियान,
निरक्षर पढ़ न सके जब ,
कैसे ले संज्ञान !!
-ओम
आज विश्व साक्षरता दिवस ( International Literacy Day ) है । पढ़ने लिखने में सक्षम व्यक्ति साक्षर है । व्यक्तिगत, सामाजिक ,देश और विश्व के विकास के लिये यह अत्यंत आवश्यक है कि सभी नागरिक साक्षर हों ,शिक्षित हो , जिससे वह एकता , सद्भाव ,समरसता और आर्थिक विकास को बढावा देने में इसका उपयोग कर सकें।
8 सितंबर 1966 को यूनेस्को ने साक्षरता के क्षेत्र में विश्वभर में शिक्षा के कार्यों के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते को स्वीकृति दी थी, तभी पहली बार 8 सितंबर 1967 से 8 सितम्बर को विश्व साक्षरता दिवस मनाने के लिये चयनित किया गया और तब से हर वर्ष यह दिन विश्व साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
हर वर्ष 8 सितम्बर को विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर साक्षरता के प्रचार ,प्रसार के लिये शिक्षा संगठनों और सरकारों के द्वारा साक्षरता से संबंधित विशेष कार्यक्रम ,सेमिनार, वेबिनार, गोष्ठियों ,साहित्य मेलों का आदि का आयोजन , किया जाता है । विभिन्न समुदायों के लिए शिक्षा प्राप्ति के लिए योजनाएँ और कार्यक्रम भी इसमें शामिल होते हैं और साक्षरता के महत्व के प्रति जागरुक करने का भी यह एक अवसर होता है।
हर साल विश्व साक्षरता दिवस का एक अलग थीम होता है । इस वर्ष आज 8 सितम्बर 2023 को यह दिवस नये थीम -"ट्रांज़िशन में दुनिया के लिए साक्षरता को बढ़ावा देना: टिकाऊ और शांतिपूर्ण समाजों की नींव का निर्माण" - के तहत मनाया जा रहा है । विश्व साक्षरता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ।
-ओम प्रकाश नौटियाल
(अंतर्जाल पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर )
Wednesday, September 6, 2023
Monday, September 4, 2023
शिक्षक
कहते शिक्षक को सभी,
सेवक रत्न महान,
गढ़ते देश भविष्य जो,
बाँट निरंतर ज्ञान ,
बाँट निरंतर ज्ञान ,
यही है जीवन उनका,
इक दिन दे बस मान,
उतारे हम ऋण उनका,
सही गलत आदेश ,
सभी वह चुप रह सहते,
यूं तो उनको लोग,
बड़ा प्रभु से भी कहते,
-ओम प्रकाश नौटियाल
Saturday, September 2, 2023
मुक्तक - प्रकाशपुंज
ज्ञान बगिया में पला मानव महकता कुंज है,
अज्ञान के तम से घिरा तो अपाहिज लुंज है,
ज्ञान ही प्रशस्त करता दुरूह जीवन राह को
ज्ञानी ही सबके लिये उज्ज्वल प्रकाशपुंज है !
-ओम प्रकाश नौटियाल
(सर्वाधिकार सुरक्षित )