Tuesday, April 14, 2020

बैसाखी

चलना तो संभव हुआ, बैसाखी जब संग
संगरोध से विवश पर, घर पर पड़ा मलंग !
-ओंम प्रकाश नौटियाल

Friday, April 3, 2020

टौय

खेल खेल इक टौय से , बच्चा  होता बोर
टौय को नित्य बदलिए, रमा रहे चितचोर !
-ओंम 

धर कर तुम अवतार