Friday, February 17, 2017

सेवक से बने स्वामी

सेवक से बने स्वामी , जब सत्तासीन हो गए ,
गरीब का दुख भुलाने , सुख के आधीन हो गए,
कुर्सी मिली तो वक्त नहीं मिल पाया मिलने का
चुनाव आया ,बिछे पग में, औ’ कालीन हो गए !!
-ओंम प्रकाश नौटियाल

Monday, February 13, 2017

प्रेम संदेश

सर्व प्रथम तो  देश है, करें संकल्प आज
प्रेम संदेश दे गए , भगत सुखदेव, राज !
-ओंम

Saturday, February 11, 2017

प्रेम दिवस

एक दिवस ही क्यों तके, प्रेम मिलन की राह
घृणा त्याग सबसे करें, नेह नित्य हर माह !
-ओंम प्रकाश नौटियाल

Friday, February 10, 2017

एक और दोहा

टिकट पुनः वह पा गए, बाहु बल धन प्रताप
खुद वह कहते थे सदा, जिन्हे आस्तीन साँप !
-ओंम

Wednesday, February 1, 2017

बसंत है !!!

बजी बजट की बाँसुरिया
सुन कर फिर हर्षे कुटिया,
कोई  न अब रहे दुखिया
बदल दे दीन की दुनियाँ
सँभावनाएं अनंत हैं
बसंत ही बस बसंत है !!!
-ओंम प्रकाश नौटियाल