होता है जब भी बलात्कार
मन तड़पे रोये बार बार
दुराचार के पाप कुण्ड़ में
क्या डूब गये सभी संस्कार ?
गुण्ड़ई नाचती नंगा जी
कैसे कह दें सब चंगा जी !!
-ओंम प्रकाश नौटियाल
मन तड़पे रोये बार बार
दुराचार के पाप कुण्ड़ में
क्या डूब गये सभी संस्कार ?
गुण्ड़ई नाचती नंगा जी
कैसे कह दें सब चंगा जी !!
-ओंम प्रकाश नौटियाल
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