क्या कहें देश के बारे में
सब बैठे हैं मन मारे से
था दिया जिन्हे दायित्व सौंप
रख रहे तभी सॆ लारे मॆं
किस किस का फोड़ें भंड़ा जी
कहते रहिये सब चंगा जी !!!
सब बैठे हैं मन मारे से
था दिया जिन्हे दायित्व सौंप
रख रहे तभी सॆ लारे मॆं
किस किस का फोड़ें भंड़ा जी
कहते रहिये सब चंगा जी !!!
-ओंम प्रकाश नौटियाल
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