खड़ा दूर भविष्य झांक रहा
अपनी किस्मत को आँक रहा,
इस वर्तमान की पीड़ा पर
मोती आँसू के टाँक रहा,
खुश रहने का यह फन्ड़ा जी
कहते रहिये सब चंगा जी !!
-ओम प्रकाश नौटियाल
अपनी किस्मत को आँक रहा,
इस वर्तमान की पीड़ा पर
मोती आँसू के टाँक रहा,
खुश रहने का यह फन्ड़ा जी
कहते रहिये सब चंगा जी !!
-ओम प्रकाश नौटियाल
No comments:
Post a Comment