Thursday, July 24, 2014

प्रेम वचन

-ओंम प्रकाश नौटियाल

रहिये सबसे प्रेम से , रखिये मेल मिलाप,
ऐसे वचन न बोलिये , हो फिर पश्चाताप,
हो फिर पश्चाताप , बढे तनाव रिश्तों में
रहे मन अति उदास, मरण हो फिर किश्तों में !
-ओंम प्रकाश नौटियाल

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