-ओंम प्रकाश नौटियाल
रहिये सबसे प्रेम से , रखिये मेल मिलाप,
ऐसे वचन न बोलिये , हो फिर पश्चाताप,
हो फिर पश्चाताप , बढे तनाव रिश्तों में
रहे मन अति उदास, मरण हो फिर किश्तों में !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
रहिये सबसे प्रेम से , रखिये मेल मिलाप,
ऐसे वचन न बोलिये , हो फिर पश्चाताप,
हो फिर पश्चाताप , बढे तनाव रिश्तों में
रहे मन अति उदास, मरण हो फिर किश्तों में !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
No comments:
Post a Comment