-ओंम प्रकाश नौटियाल
वो सेवा कर के अमीर हो गये,
प्यादे से बढ़ के वज़ीर हो गये,
हमारी तरक्की बस इतनी हुई
भिखमंगे थे अब फक़ीर हो गये !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
वो सेवा कर के अमीर हो गये,
प्यादे से बढ़ के वज़ीर हो गये,
हमारी तरक्की बस इतनी हुई
भिखमंगे थे अब फक़ीर हो गये !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
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