मित्रों सच्चे मीत की ,एक यही पहचान
पा सत्ता संयत रहे, डिगे नहीं ईमान
सच ही सच्चा मित्र है , ना बदले जो रूप
चलें यदि इसी राह पर, खिले हमेशा धूप !!
-ओंम प्रकाश नौटियाल
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(पूर्व प्रकाशित - सर्वाधिकार सुरक्षित )
पा सत्ता संयत रहे, डिगे नहीं ईमान
सच ही सच्चा मित्र है , ना बदले जो रूप
चलें यदि इसी राह पर, खिले हमेशा धूप !!
-ओंम प्रकाश नौटियाल
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