Monday, December 25, 2017

कुछ सत्ता आसक्त !

भारत में भरपूर हैं ,भाँति भाँति के भक्त
क्रूर कराल कठोर कटु, कुछ कमसिन कमशक्त,
धर्म ध्वजी ध्याता ध्यानी धुनी धुरंधर कुछ
पूजक कुछ परमेष्ट के, कुछ सत्ता आसक्त !
-ओम प्रकाश नौटियाल
(पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित)

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