रहा घूमता नगर में, गया विकास न गाँव
प्लेन बना जल में खड़ा, धरती पर नहीं पाँव !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
प्लेन बना जल में खड़ा, धरती पर नहीं पाँव !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
मैं चुप रहा तो और गलतफ़हमियाँ बढी , वो भी सुना है उसने, जो मैने कहा नहीं । -----डा. बशीर बद्र
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