Saturday, December 9, 2017

बेदाग औ’ सच्चे !!!


सच्चे सेवक की सुनो,एक यही पहचान

सत्ता पा संयत रहे, डिगे नहीं ईमान

डिगे नहीं ईमान, ना अहं का दास बने

जनजन को दे मान, उन्ही का बस खास बने

कहें ’ओंम’ कविराय, दिन आ सकेंगे अच्छे

लडेंगे जब चुनाव, बस बेदाग औ’ सच्चे !!!

-ओंम प्रकाश नौटियाल

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