पखवाड़े भर चाँदनी , फिर उदास उल्लास
सच्चा हिन्दी प्रेम तो, नित्य करें अरदास !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
(पूर्व प्रकाशित सर्वाधिकार सुरक्षित )
सच्चा हिन्दी प्रेम तो, नित्य करें अरदास !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
(पूर्व प्रकाशित सर्वाधिकार सुरक्षित )
मैं चुप रहा तो और गलतफ़हमियाँ बढी , वो भी सुना है उसने, जो मैने कहा नहीं । -----डा. बशीर बद्र
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