हिन्दी का हर पक्ष हो, शुक्ल शुक्ल सम पक्ष
कोटि कोटि वासी बने , ज्ञानी ,हिन्दी दक्ष !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
कोटि कोटि वासी बने , ज्ञानी ,हिन्दी दक्ष !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
मैं चुप रहा तो और गलतफ़हमियाँ बढी , वो भी सुना है उसने, जो मैने कहा नहीं । -----डा. बशीर बद्र
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