Friday, August 22, 2014

विवशता

-ओंम प्रकाश नौटियाल
हो मौसम उदास फूल को खिलना तो पड़ता है,
हवा के मान को वृक्ष को हिलना तो पडता है,
मिलन रास न आये जिंदगी को मौत से शायद
बिन बुलाये आ जाये, फिर मिलना तो पडता है !
-ओंम प्रकाश नौटियाल

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