Thursday, July 7, 2011

जाखू में प्रभु हनुमान

- ओंम प्रकाश नौटियाल


जाखू में प्रभु हनुमान - ओंम प्रकाश नौटियाल

संजीवनी लेने जाते वक्त, था किया जहाँ विश्राम
जाखू पहाडी शिमला पर हैं विराजमान हनुमान,

वानर सेना यहाँ घूमती निरापद ,निर्भय, स्वछंद,
कलियुग के इंसां में आती उन्हें रावण जैसी गंध,

उनकी बाधा कर पार जो भी पहुंच गया प्रभु द्वार,
पवन पुत्र हनुमान की पायी आशीष, कृपा अपार।

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