Friday, April 30, 2010

" चले आओ चक्रधर चमन में "

’कपडा लत्ता क्या है इसकी महत्ता ’

२८ अप्रैल को दूर दर्शन पर साँय ७.१५ बजे श्री अशोक चक्रधर द्वारा संचालित श्रंखला बद्ध कार्यक्रम " चले आओ चक्रधर चमन में " प्रसारित किया गया । इस बार का विषय था -’कपडा लत्ता क्या है इसकी महत्ता ’ । कार्यक्रम में कपडे के इतिहास व पोशाकों में समय के साथ आने वाले बदलाव सम्बंधी जानकारी को चक्रधर जी ने बेहद रोचक शैली में पेश किया ।कविवर डा. विष्णु सक्सेना के साथ उनकी युगल बन्दी अत्यंत प्रभावशाली थी । डा. विष्णु सक्सेना ने अपनी मधुर आवाज में कुछ प्रासंगिक गीत भी पेश किए । ऐसे कार्यक्रम पेश करने के लिए दूरदर्शन को बधाई ।अन्य चैनल्स तो अति व्यवसायिकता की शिकार हैं इसलिए फ़िल्म व क्रिकेट के दायरे से बाहर आने में जोखिम समझती हैं , लिहाजा हमारी नई पौध को स्वस्थ मनोरंजन की तरफ़ ले जाने में उनका योगदान नगण्य है।


इस कार्यक्रम में चक्रधर जी ने इस विषय पर टिप्प्णी स्वरुप भेजी गई कुछ रचनाएं भेजने वालों के चित्र के साथ अपनी आवाज में पढकर सुनाई । मेरे द्वारा रचित चार पंक्तिया भी पढ कर सुनाई गई , जो इस प्रकार हैं ।



कुछ फ़ैशन के मारे नंगे, औरों की मजबूरी है,
कपडा लत्ता पर भय्याजी, सबके लिए जरूरी है ।
नेता लोग चुनाव जीत, जब पाना चाहें सत्ता,
वोटिंग की पूर्व संध्या पर बंटवाते कपडा लत्ता ।
                                ----ओंम प्रकाश नौटियाल

No comments:

Post a Comment