- ओंम प्रकाश नौटियाल
आजादी का अर्थ
नहीं केवल
खुली हवा में श्वास,
बेलगाम बकवास,
अभद्र हास परिहास,
कोटि जनों के कष्टों से
कुछ का विकास,
नैतिकता का निरंतर ह्वास,
आजादी तो सापेक्षिक है
परिस्थिति जन्य है
व्यक्ति कभी आजाद है
जेल से रिहाई पर
और कभी
शयन कक्ष
अथवा शौचालय में
द्वार भीतर से
बंद करने के पश्चात,
किसी अन्य की आजादी की
जहाँ न शह लग सके
न हो सके मात !!
-ओंम प्रकाश नौटियाल
बड़ौदा,गुजरात,मोबा.9427345810
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