किसी को दिल मिला है चोट खाकर टूट जाने को,
किसी का साथ था कुछ दूर जाकर छूट जाने को,
एक पत्थर का इस सर से निकला खून का रिश्ता
मिला पुरजोर प्रेम का फव्वारा फूट जाने को !!
-ओंम प्रकाश नौटियाल
(पूर्व प्रकाशित-सर्वाधिकार सुरक्षित)
किसी का साथ था कुछ दूर जाकर छूट जाने को,
एक पत्थर का इस सर से निकला खून का रिश्ता
मिला पुरजोर प्रेम का फव्वारा फूट जाने को !!
-ओंम प्रकाश नौटियाल
(पूर्व प्रकाशित-सर्वाधिकार सुरक्षित)
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