पारिवारिक जीवन में शान्ति स्थापित करने में दैनिक अखबार का अमूल्य योगदान रहता है । सुबह अधिकतर घरों मे कम से कम एक घन्टे तक उस समय युद्ध विराम रहता है जब पति पत्नी दुनियाँ भर में हो रही मार काट और झगड़ों के समाचार शान्ति के साथ चटखारे ले ले कर पढ़ रहे होते हैं ।लेकिन १६ अगस्त के दिन जब अखबार नहीं आता तब गृह युद्ध के बादल सुबह से ही बस बरसते रहते हैं बिना कुछ देर को भी थमने का नाम लिये !!!
-ओम प्रकाश नौटियाल
-ओम प्रकाश नौटियाल
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