Monday, June 23, 2014

बधाई भारत !!!

बधाई पाटण ! बधाई गुजरात ! बधाई भारत !!! बधाई भारतवासियों !!!!

गुजरात के पाटण जिले में ११ वी शताब्दी में सोलंकी काल में निर्मित रानी की खूबसूरत वाव (स्टैपवैल) को यूनेस्को की विश्व विरासत समिति ने कल रविवार (२२ जून २०१४) को औपचारिक रूप से विश्व विरासत सूचि में शामिल कर लिया । साथ ही समिति ने इसे भारत में स्थित सभी वाव (स्टेपवेल) की रानी के खिताब से भी नवाजा है । इससे पहले गुजरात के पंचमहल जिले में स्थित चंपानेर , पावागढ किले को भी वर्ष २००४ में यूनेस्को विश्व विरासत सूचि में शामिल किया जा चुका है ।

रानी की वाव भूमिगत जल स्त्रोत के अनूठे उपयोग की विशिष्ट तकनीक का अनुपम उदाहरण है जिसकी भूमिगत वास्तु संरचना बेजोड़ है । यह सात मंजिला वाव मारु गुर्जर शैली दर्शाती है ।

यह उपलब्धि गुजरात और देश के पर्यटन के विकास में निसंदेह अति लाभप्रद सिद्ध होगी ।

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