गाँधी देखें स्वर्ग से भारत का स्वराज
चाँदी चंद लोगों की , शेष सब मोहताज
शेष सब मोहताज, सेवक बने हैं स्वामी
बिक रहे हैं जमीर ,पदों की भी नीलामी
कहें ’ओम’ कविराय , चलेगी ऐसी आँधी
करेंगे असहयोग , बनेगे सारे गाँधी !!!
-ओंम प्रकाश नौटियाल
चाँदी चंद लोगों की , शेष सब मोहताज
शेष सब मोहताज, सेवक बने हैं स्वामी
बिक रहे हैं जमीर ,पदों की भी नीलामी
कहें ’ओम’ कविराय , चलेगी ऐसी आँधी
करेंगे असहयोग , बनेगे सारे गाँधी !!!
-ओंम प्रकाश नौटियाल
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