Saturday, May 7, 2016

मेरे कुछ और दोहे

                 04.05.2016(FB)
नित्य सुने जनतंत्र में,ऐसे काण्ड अनेक ,
सत्य बैठकर सामने ,रोता घुटने टेक !!

                 03.05.2016(FB)
जिन कानन गूँजी कभी ,देवों की आवाज ,
देवभूमि के वन वही ,धू धू जलते आज !!

                  29.04.2016(FB)
पीपल छोड़ा गाँव का ,फिरे भटकते 'ओम ',
दाना पानी ढूंढते ,ज्यों खग नापें व्योम !
-ओंम प्रकाश नौटियाल

Thursday, April 21, 2016

"पृथ्वी दिवस "

"पृथ्वी दिवस " की हार्दिक शुभकामनाएं !!
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पृथ्वी का छीन पहले, हरा भरा संसार
दिन इक नाम कर उसके, करते अब उपकार !
-ओंम प्रकाश नौटियाल

दून में हूं आजकल

(21 अप्रैल 2016) -ओंम प्रकाश नौटियाल

वर्षों से बन रहे इन
उड़न पुलों के पास हूं
मैं दून में हूं आजकल
थोड़ा सा उदास हूं

उपवनों की वह सुगंध
अब लुप्त हो गई है
साँसों में धूल भरती
इस हवा से हताश हूं !
थोड़ा सा उदास हूं !!!

महावीर’

सेवाभाव ,उदारता ,क्षमा, साधना धीर

सत्कर्मों से आदमी, अंततः ’महावीर’

-ओंम प्रकाश नौटियाल

Tuesday, March 8, 2016

"महिला दिवस " पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं !!!

सब दिन अर्पित आपको ,बहन , स्त्री और मात
जिनसे यह संसार है , ममता, प्रेम , प्रपात!
-ओंम प्रकाश नौटियाल

Thursday, January 21, 2016