(21 अप्रैल 2016) -ओंम प्रकाश नौटियाल
वर्षों से बन रहे इन
उड़न पुलों के पास हूं
मैं दून में हूं आजकल
थोड़ा सा उदास हूं
उपवनों की वह सुगंध
अब लुप्त हो गई है
साँसों में धूल भरती
इस हवा से हताश हूं !थोड़ा सा उदास हूं !!!
वर्षों से बन रहे इन
उड़न पुलों के पास हूं
मैं दून में हूं आजकल
थोड़ा सा उदास हूं
उपवनों की वह सुगंध
अब लुप्त हो गई है
साँसों में धूल भरती
इस हवा से हताश हूं !थोड़ा सा उदास हूं !!!
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