Sunday, February 10, 2019

देश पटरी पर .....



मेरे विचार से आने वाले आम चुनाव में  अपना मत उसी दल को देना चाहिये जो अपने घोषणा पत्र में यह वादा अवश्य करे कि वह रेलवे ट्रै्क्स की लम्बाई  अपने कार्यकाल में कम से कम  दुगुना अवश्य कर देगा । जरा सोचिये यदि अपनी छोटी मोटी अलग अलग तरह की माँगों अथवा शिकायतों को लेकर कभी पूरे देश को एक साथ ट्रैक धरने पर बैठना पड़े तो ट्रैक्स की  लम्बाई इतनी तो होनी ही चाहिये कि पूरी आबादी आराम से ट्रैकस्थ हो सके। इसके साथ ही ट्रैक के किनारे किनारे अन्य सभी सुविधाएं भी, नित्य कर्म को छोड़कर जिसकी सुविधा पहले से उपल्ब्ध है , प्राप्त होनी चाहियें जो कि एक सुखमय लम्बे धरने के लिये अत्यंत आवश्यक है । शताब्दी, राजधानी , दुरन्तों जैसी प्रतिष्ठित गाड़ियों की संख्या में कई गुनी वृद्धि की घोषणा भी की जानी चाहिये जिससे धरनार्थियों को कम से कम यह संतोष तो मिले कि वह देश की  महत्वपूर्ण रेल सेवाएं बड़ी संख्या में बाधित कर रहे हैं । वैसे भी जब सरकार ट्रैक पर धरना धरने वालो के सम्मुख विवश और नमस्तक है और  ट्रैक उपलब्ध न होने के कारण  रेल गाड़ियाँ चलनी ही नहीं हैं तो केवल घोषणा करने में  जाता ही क्या है । इससे सरकार और धरनार्थियों दोनों की प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी । यात्रा का क्या है जिसे कहीं जाना ही है वह तो पैदल भी निकल सकता है आखिर रेल के आविष्कार से पहले क्या लोग देश विदेश  नहीं घूमते थे ?
-ओंम प्रकाश नौटियाल  

No comments:

Post a Comment