Sunday, September 7, 2014

अनुनय विनय

-ओंम प्रकाश नौटियाल

मित्रों में केवल मिठास ही छनती नहीं सदा,
शत्रुओं में भी दिन रात ही ठनती नहीं सदा,
सख़्त भी होना पडता है अकसर कई बार
अनुनय विनय करके बात बनती नही सदा !

-ओंम प्रकाश नौटियाल

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