Sunday, June 17, 2012

पिता तुम स्वर्ग सिधार गये


पिता तुम स्वर्ग सिधार गये -ओंम प्रकाश नौटियाल
 

2 comments:

  1. Bahut acchi abhivyakti.Wojahan bhi hain par aas paas hi hain.Fathers are forever....forever

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  2. कविता पढने और पसंद करने के लिये बहुत बहुत धन्यवाद !

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