आद्य शक्ति माँ पूज्य का, पर्व शुरू नवरात्र
गरबे ही गरबे सजे, खिले खिले सब पात्र
भक्तों का ताँता लगा , मंदिर मठ चौपाल
खैलेय्या तैय्यार हैं , कजरा गजरा डाल !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
मैं चुप रहा तो और गलतफ़हमियाँ बढी , वो भी सुना है उसने, जो मैने कहा नहीं । -----डा. बशीर बद्र
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