‘प्लेट पकौड़े संग में, हो गिलास में भंग
रंग होली का कर दे ,पुलकित हर इक अंग !!!
होली मय संसार है , क्या धरती क्या व्योम
रंग लगाने आ रहे , चुपके छुपके ’ओम’ !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
रंग होली का कर दे ,पुलकित हर इक अंग !!!
होली मय संसार है , क्या धरती क्या व्योम
रंग लगाने आ रहे , चुपके छुपके ’ओम’ !
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