नीला अब तक कंठ है , विष पीकर भगवान
जहर फिर से फैल गया , महादेव बलवान,
विषधर विचरें हर जगह , करें गरल का वार
कर मर्दन पी लीजिये , होगा तब उद्धार !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
जहर फिर से फैल गया , महादेव बलवान,
विषधर विचरें हर जगह , करें गरल का वार
कर मर्दन पी लीजिये , होगा तब उद्धार !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
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