निरंकुश घूमते कंस , जरासंध इस जमाने में,
व्यस्त दुष्ट, दुराचारी , पाप की नगरी बसाने में,
कृष्णा प्यारे, करो मर्दन, इन पापियो, कालियों का
आनन्द आये तब मुरली मधुर सुनने सुनाने में !
-ओंम प्रकाश नौटियाल -
व्यस्त दुष्ट, दुराचारी , पाप की नगरी बसाने में,
कृष्णा प्यारे, करो मर्दन, इन पापियो, कालियों का
आनन्द आये तब मुरली मधुर सुनने सुनाने में !
-ओंम प्रकाश नौटियाल -
No comments:
Post a Comment