इस बार होली में ------ओंम प्रकाश नौटियाल
वडोदरा 15th मार्च 2008
रंगत लिए हों प्यार की बरसाना ऐसे रंग
तकरार का क्या काम इस बार होली में ।
जो कुछ कहो किसी से हो मीठी जुबान में
मृदु वाणी ही मिष्ठान हो इस बार होली में ।
इठलाती टोलियाँ हों खुशियाँ ठिठोलियाँ हों
हर चेहरे पर शबाब हो इस बार होली में ।
अट्टालिका से उतरो और खेलो झुग्गियों में
यारों मिटा दो उंच नीच इस बार होली में ।
इस देश में कोई भी अब न खौफजदा हों
भाषा जाति छेत्र न पूछो इस बार होली में ।
रंगो की रंगीनियत से हों रंगीन हर एक रंग
जीवन में रंग ही रंग हों इस बार होली में ।
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ReplyDeleteRespected Bhaisahab,
ReplyDeleteIts indeed very nice to go thru your blog and as always you have pearls of wisdom posted here. I liked all the pictures and your Holi poem also.
I also have my blog which right now have my English and Hindi poems posted there. I hope you will like going thru it whenever possible. I will be building upon my blog gradually.
My blog is http://arvind-songsofmyheart.blogspot.com/
With Regards and Best Wishes to you and bhabhiji and love to dear Anubhav.
Arvind...
Respected Sir
ReplyDeleteNamaskar
bahut anand aaya
thanks for making available your
beautiful creations
thode gane be record karke dal dijiye
Mata ji ko charan sparh
regards to bhabhi ji
ILU ko ashirwad
regards
jangra