Sunday, March 30, 2008

इस बार होली में





इस बार होली में ------ओंम प्रकाश नौटियाल

वडोदरा 15th मार्च 2008



रंगत लिए हों प्यार की बरसाना ऐसे रंग

तकरार का क्या काम इस बार होली में ।



जो कुछ कहो किसी से हो मीठी जुबान में

मृदु वाणी ही मिष्ठान हो इस बार होली में ।



इठलाती टोलियाँ हों खुशियाँ ठिठोलियाँ हों

हर चेहरे पर शबाब हो इस बार होली में ।



अट्टालिका से उतरो और खेलो झुग्गियों में

यारों मिटा दो उंच नीच इस बार होली में ।




इस देश में कोई भी अब न खौफजदा हों

भाषा जाति छेत्र न पूछो इस बार होली में ।




रंगो की रंगीनियत से हों रंगीन हर एक रंग

जीवन में रंग ही रंग हों इस बार होली में ।







3 comments:

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  2. Respected Bhaisahab,

    Its indeed very nice to go thru your blog and as always you have pearls of wisdom posted here. I liked all the pictures and your Holi poem also.

    I also have my blog which right now have my English and Hindi poems posted there. I hope you will like going thru it whenever possible. I will be building upon my blog gradually.

    My blog is http://arvind-songsofmyheart.blogspot.com/

    With Regards and Best Wishes to you and bhabhiji and love to dear Anubhav.

    Arvind...

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  3. Respected Sir
    Namaskar
    bahut anand aaya
    thanks for making available your
    beautiful creations
    thode gane be record karke dal dijiye
    Mata ji ko charan sparh
    regards to bhabhi ji
    ILU ko ashirwad
    regards
    jangra

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