Wednesday, October 31, 2018

नमन !!

विश्व की सबसे ऊँची सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का आज  माननीय प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया ।
लौह पुरुष को कोटि कोटि नमन !!
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जीवित हुए आज पुनः, लौह पुरुष सरदार
सूत्रधार एकीकरण ,प्रतिपालक संस्कार !! 
-ओंम

Saturday, October 27, 2018

’मेरी उम्र इन्हें लगे’


करवाचौथ

शास्त्र वर्णित है  जिस स्थान पर तिरस्कार मिले वहाँ नहीं जाना चाहिये  इसी कारण बहुत से पति शाम को काम से लौटकर केवल विवशता के वशीभूत ही डरते डरते घर जाते हैं । लेकिन आज का दिन अलग है पति लोग बेझिझक   घर जा सकते हैं उनको न केवल भरपूर आदर मिलेगा वरन पत्नी आरती भी उतारेगी ।
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एक दिन के लिये सही, घर में होगा राज
मिली वर्ष भर डाँट तब,शुभ दिन आया आज !
-ओंम
करवाचौथ की शुभकामनाएं !!

Tuesday, October 23, 2018

रिश्वत

रिश्वत इतनी लीजिए , जा में जगत समाय
आप  खरब पति बन सको, शत पीढ़ी तर जाय !
-ओम

Thursday, October 18, 2018

Tuesday, October 9, 2018

देश बदल रहा है !!


चालीस वर्ष पूर्व हरियाणा विधान सभा एक्ट (संशोधन ) 1978 द्वारा यह प्रावधान किया गया कि यदि कोई जन प्रतिनिधि एक दिन के लिये भी विधायक रहता है तो वह जीवन पर्यंत पेंशन पाने का अधिकारी होगा । तत्कालीन प्रधान मंत्री श्री मोरार जी देसाई तथा उस समय के बहुत से सांसद एवं विधायक जन प्रतिनिधियों की पेंशन के विरुद्ध थे और इसे जनता से धोखाधड़ी और राजनीतिक भ्रष्टाचार की श्रेणी में समझते थे  ।अतः  सांसदों और विधायकों  के एक प्रतिनिधि मंडल ने, जिसमे आ. सुषमा स्वराज भी सम्मिलित थी , इस के विरोध में तत्कालीन प्रधानमंत्री से मिलकर  उन्हें ज्ञापन दिया था ।तब से अब तक राजनीतिक सोच और नैतिक मूल्यों में कितना बदलाव आ गया है । आज जन प्रतिनिधियों के वेतन में बढ़ोत्तरी , पेंशन , आवास तथा उनकी अन्य सुख सुविधाओं संबंधी मुद्दे मिनट भर में सर्वसम्मति से  तय हो जाते हैं , विरोध में एक स्वर सुनाई नहीं देता । भ्रष्टाचार की परिभाषा बदल गई है । देश बदल रहा है ।
" ये कहाँ आ गये हम यूँ ही साथ चलते चलते ...."
 (आधार- IE column - 40 वर्ष पूर्व)
-ओंम प्रकाश नौटियाल 

Sunday, October 7, 2018

अखबार हूं !!


इलज़ाम मुझ पर यह कि मैं हूं जुर्म से भरा 
आदत नहीं ,जो घट रहा, उसको छिपाने की,
दी ऐसी भी खबरें कि जो अब तक नहीं घटी
क्या मेरी नहीं जरूरत कुछ खाने कमाने की !!
-ओंम प्रकाश नौटियाल

Friday, October 5, 2018

पृष्ठ वही पर चार ।


कभी खुशी कभी ग़म !!

ले उछाल रुपया गिरा, बीच खेल मैदान
टास जीत कर खुश हुआ, भारत का कप्तान,
पर जब मुँह के बल गिरा, रुपया जग बाजार
अर्थ तंत्र घबरा गया, दरक गया आधार !
-ओंम प्रकाश नौटियाल 

Tuesday, October 2, 2018

Monday, October 1, 2018

नमन !!

बापू को सादर नमन !!
बापू ने कहा था "सत्य की राह पर चलें "
सत्य की राह बड़ी दुर्गम होती है। अतः सड़क के गड्ढों के भरने की उम्मीद किये बिना सच की कठिन डगर पर सहर्ष बढ़ते रहिए । 

बापू को सादर नमन !!