Wednesday, December 31, 2014
Sunday, December 21, 2014
Friday, December 19, 2014
अहम रोकता है
-ओंम प्रकाश नौटियाल
मुहब्बत जब बेशुमार होती है,
नाहक ही तब तकरार होती है,
अहम रोकता है सुलह करने से
जीत व हार सर सवार होती है!
-ओंम प्रकाश नौटियाल
मुहब्बत जब बेशुमार होती है,
नाहक ही तब तकरार होती है,
अहम रोकता है सुलह करने से
जीत व हार सर सवार होती है!
-ओंम प्रकाश नौटियाल
Wednesday, December 17, 2014
Monday, December 15, 2014
भाग्य
ओंम प्रकाश नौटियाल
कब हमने कहा था कि तोड़ तारे लायेंगे
पतझड़ के मौसम में हम बहारे लायेंगे
है डूबना मझधार में यदि भाग्य तुम्हारा
हम कैसे वहाँ पर भला किनारे लायेंगे?
-ओंम प्रकाश नौटियाल
कब हमने कहा था कि तोड़ तारे लायेंगे
पतझड़ के मौसम में हम बहारे लायेंगे
है डूबना मझधार में यदि भाग्य तुम्हारा
हम कैसे वहाँ पर भला किनारे लायेंगे?
-ओंम प्रकाश नौटियाल
Friday, December 12, 2014
Thursday, December 11, 2014
Thursday, December 4, 2014
Wednesday, December 3, 2014
प्रेम
-ओंम प्रकाश नौटियाल
बात प्रेम की आए तो हँसकर टाल देता है,
मगर गीतों पर मेरे झूमकर ताल देता है,
अपने रंग में हौले हौले रंग लिया ऐसा
बस अब चैन मुझको उसका ही खयाल देता है !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
बात प्रेम की आए तो हँसकर टाल देता है,
मगर गीतों पर मेरे झूमकर ताल देता है,
अपने रंग में हौले हौले रंग लिया ऐसा
बस अब चैन मुझको उसका ही खयाल देता है !
-ओंम प्रकाश नौटियाल
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