ज्ञान ध्यान :
"१४ नवम्बर को ’बाल दिवस’ तो हमनें धूमधाम से मना लिया है किंतु हमारे बालविहीन गंजे मित्रों की गुजारिश है कि उनके लिये भी एक दिन मुकर्रर होना चाहिये जिसे हम सब उनकी खातिर इसी जोश के साथ ’ नो बाल दिवस ’ के रूप में हर वर्ष मना सकें ।" (१६ नवम्बर २०११)
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ज्ञान ध्यान :
"राजस्थान से प्राप्त सत्ता में व्याप्त तथाकथित व्यभिचार के समाचारों को पढ़कर, अब लोगों को विश्वास होने लगा है कि भ्रष्टाचार देश में सबसे बडा मुद्दा नहीं है ।"
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गन्दे जल में नहा भला कब सूरत संवरी
कीच भरे ताल भंवर में फंसी हाए भंवरी।
-ओंम
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ज्ञान ध्यान :
"आज एक चैनल पर दिखाई जा रही सी डी में राजस्थान की राजनीति का धरा ढका ’ नंगा सच ’ बेनकाब होते देख एक बार फ़िर से इस धारणा पर विश्वास होने लगा है कि मात्र 90% तथाकथित दागदार नेताओं की वजह से बाकी अच्छे नेता व्यर्थ में बदनाम हो रहे हैं ।"
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ज्ञान ध्यान :
"शायद करीना कपूर के बाद स्त्रीलिंग सूचक नामों में आज सबसे लोक प्रिय नाम "मंहगाई" है जो शादी शुदा गृहस्थ पुरूषों को भी अपने निरंतर निखरते यौवन से मारने की क्षमता रखती है।"
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ज्ञान ध्यान :
"डिटरजैन्ट कम्पनियाँ अपने उत्पाद द्वारा सारे नये , पुराने , हल्के , गहरे आदि सभी प्रकार के दाग़ साफ़ करने का दावा करती हैं । किन्तु हमारे सैकडों ’दागी’ सांसद और विधायक जो बेचारे वर्षों से ’दाग ’ के साथ गुजर कर रहे हैं , इन जन प्रतिनिधियों के दाग धोने के लिये तो अब तक कुछ भी नहीं बना पाई हैं !!! "
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ज्ञान ध्यान :
"विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि चीन द्वारा सीमा पर निरंतर हो रही घुसपैठ को अहिंसक और गाँधी वादी तरीके से रोकने के लिये , सरकार ’ बिग बौस ’ के प्रतियोगियों को सीमा पर तैनात करने की सोच रही है जो अपने वाक वाणों से चीनीयों को कई किलोमीटर पीछे धकेलने की क्षमता रखते हैं।"
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ज्ञान ध्यान :
एक पुराने विदेशी समाचार पत्र की 20 वर्ष पुरानी तथाकथित रिपोर्ट के अनुसार एक भूतपूर्व भारतीय प्रधानमंत्री के स्विस खाते में लगभग 13 करोड़ रुपये जमा हैं । इस खुलासे का कारण है -’ 13 ’ की संख्या वाली अपशकुनी राशि जमा करना - अब उनके बचाव में यह कहना मुश्किल हो गया है कि -- " हम तो तीन में न तेरह में" ।
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ज्ञान ध्यान :
" सी बी आई द्वारा कनिमोझि और साथियों की जमानत का विरोध नहीं करना सर्वथा उचित लगता है क्योंकि जेल मे स्थानाभाव है और अभी बहुत से साथी लम्बे समय से कतार में हैं ,जिन्होने काफ़ी मेहनत की है और वह भी कम से कम कुछ समय के लिये जेल अनुभव प्राप्त करने के हकदार हैं ।"
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ज्ञान ध्यान :
" फारमूला वन के आयोजन का एक मात्र उद्देश्य विश्व को इस सच्चाई से अवगत कराना था कि अगर हमारी विकास की राहें भी फारमूला वन ट्रैक की तरह समरस और समतल होती और राहों में जगह जगह भ्रष्टाचार के रोड़े नहीं होते, तो हमारी प्रगति की रफ़्तार भी फारमूला वन कारों की रफ़्तार जैसी ही होती । "
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ज्ञान ध्यान :
"आज प्राप्त एक समाचार के अनुसार २०१२ लन्दन ओलिम्पिक के स्टेडियम अभी से अभ्यासार्थ व जनता के दर्शनार्थ खोल दिये गये हैं। अब हम भारतीय जो ताजे ताजे बने हुए पेन्ट ,पौलिश से महकते स्टेडियम में खेल देखने के अभ्यस्त हैं उन्हें ऐसे पुराने हो चुके स्टेडियम में खेल देखने का भला क्या मजा आयेगा ?"
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"हे पालनहार ! मुझे बेशुमार लाड़ न दो,
घर सरकारी हो जरूर, पर तिहाड़ न दो।"
--ओंम
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ज्ञान ध्यान :
"सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफ़नामे का भाव कुछ इस प्रकार है कि शहरी क्षेत्र में रहने वालों को गुजर बसर करने के लिये प्रतिदिन मात्र बत्तीसी दिखाना काफ़ी है ।"
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ज्ञान ध्यान :
" ऐसा प्रतीत होता है कि नेताओं को शायद लगने लगा है कि वह भारत को भूख की समस्या से तो निजात नहीं दिला सकते इसलिये अब सारा ध्यान उपवास के प्रचार , प्रसार और लाभ बतानें में लगा रहे हैं ।"
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ज्ञान चर्चा :
" सरकारी कार्यालयों में अब भी लोग इंगलिश अच्छी तरह न जानते हुए भी इंगलिश का प्रयोग कर अपने को पढा लिखा दिखाने की मानसिकता से ग्रस्त हैं हिन्दी दिवस की सबसे अच्छी बात यह है कि वह बिना ऐसे किसी दबाव के हिन्दी में भाषण दे सकते हैं ।"
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ज्ञान चर्चा :
"बच्चों से ही घर में शीतल वायु का प्रवाह और जगमग उजाला रहता है क्योंकि वह फैन और लाइट के स्विच कभी बंद नहीं करते।"
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ज्ञान चर्चा:
"आज के माहौल में एक बात हमेशा याद रखें , ईश्वर ना करे यदि कोई कभी तिहाड़ जेल में बन्द कर दिया जाता हैं तो उसका सबसे करीबी मित्र जमानत के लिये कभी नहीं आयेगा , क्योंकि वह पहले से ही बगल वाली कोठडी में बन्द होगा ।"
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ज्ञान चर्चा :
"प्यारे कुंवारे अन्ना जीते, मिली नई यह सीख
नहीं जरूरी नारी हो, हर सफ़ल व्यक्ति की पीठ।"
-ओंम
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ज्ञान चर्चा :
"कुछ लोगों को खाने की ऐसी लत पडी होती है कि कुछ भी, यहाँ तक की चारा तक, खा जाते हैं , उनके लिये यह विश्वास करना असंभव सा है कि कोई व्यक्ति बारह दिन तक बिना खाये पीये भी रह सकता है ।"
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एक समाचार : स्वामी अग्निवेश की काँग्रेस से साठ गाँठ थी ।
"जयचन्द भी रहते हैं अपने देश में
शैतान घूमते कई साधु के वेश में ।"
--ओंम
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ज्ञान चर्चा :
"देश में भ्रष्टाचार बढ़ने का एक कारण यह भी है कि यहाँ बडे बडे घोटालों को बहुत सम्मान के साथ अंत में ’जी ’ लगाकर पुकारा जाता है जैसे टू ’जी’ ,थ्री ’जी’ , सी डब्लयू ’जी ’ आदि आदि ।"
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ज्ञान चर्चा " जनहित की योजनाओं की मटकी का मंथन कर उनसे अपने खाने के लिये धन रूपी माखन निकाल कर हमारे ही चुने हुए प्रतिनिधि स्वयं को सेवक से भगवान समझने की गलतफ़हमी पाल लेते हैं और हमें समझाते रहते हैं - ’ जनता मेरी मैं नहीं पैसा खायो ’ !!"
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ज्ञान चर्चा :
"कैसी विडम्बना है जब दागी सांसद , विधायक , मंत्री बनते हैं जब चुने हुए प्रतिनिधियों की खरीद फ़रोख़्त होती है ,जब संसद में नोट लहराये जाते हैं , जब जनता के नुमाइन्दें विधान सभाओं में गाली गलौज, मारपीट करते हैं ,जब चुनाव में कालाधन पानी की तरह बहता है तब लोकतंत्र को कभी खतरा नहीं होता किंतु जब वर्षों से त्रस्त जनता एक जुट होकर अपनी मुश्किलों से निजात पाने के लिये आवाज उठाती है तो लोकतंत्र पर एकदम गहरा संकट आ जाता है ,संसद की मर्यादा टूटने लगती हैं । बेचारी जनता !!!!"
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ज्ञान चर्चा :
" मानव ने अपने उपयोग और मनोरंजन के लिये इतनी अधिक चीजें इजाद कर ली हैं कि उन्हे इस्तेमाल करने के लिये दो हाथ कम पडते हैं । ऐसा समाचार है कि रचयिता ने इस कठिनाई को ध्यान में रखते हुये मानव डिजाइन में कुछ बडे बदलाव किये हैं ।दस हाथ वाले पहले शिशु का प्रोटोटाइप तैय्यार है और ऐसा शिशु आज से २०० वर्ष बाद पृथ्वी पर आयेगा ।"
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ज्ञान चर्चा :
" शराब इसलिये उपयोगी है क्योंकि यह अपेक्षाकृत धीमा जहर है और कोई भी जल्दी मरना नही चाहता है।"
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ज्ञान चर्चा :
"आज से बंर्मिंघम मे भारत और इंगलैन्ड के बीच तीसरा क्रिकेट टैस्ट आरम्भ हो रहा है । लंदन दंगो की चपेट मे है , इंगलैन्ड की टीम इस अशान्त फसादी माहौल से घबरायी हुई है , हमें तो खैर आदत है । भारतीय टीम को शुभकामनायें । "
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ज्ञान चर्चा :
" आप यदि किसी स्त्री के सौन्दर्य प्रशंसा में कहें कि उसकी शक्ल किसी आदमी से मिलती है तो अवश्य ही वह इस बेमेल स्त्री पुरूष सौन्दर्य तुलना पर खफ़ा हो जायेगी , चाहे वह व्यक्ति कितना भी खूबसूरत हो। किंतु लोग सदियों से स्त्री के सौन्दर्य की तुलना पुलिंग चाँद से करते आ रहे है इस आशय के प्रशस्ति गान गा रहे हैं और स्त्रीयाँ इस सौन्दर्य तुलना पर निसंदेह प्रसन्न हैं, न किसी स्त्री ने कभी कोई शिकायत दर्ज की है न कोई पी आई ऐल फाइल हुई है ! क्या राज है इसका ?ज्ञानी मित्र कृपया शंका निवारण करें ।"
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ज्ञान चर्चा :
"अगर संविधान हमें बोलने की पूर्ण स्वतंत्रता प्रदान करता है तो हमें फोन बिल्स भिजवा कर इस स्वतंत्रता में रोडे अटकाने का गैर संवैधानिक कार्य क्यों किया जा रहा है ?"
***
ज्ञान चर्चा :
"अब तक पूर्ण रूप से ऐसा आदर्श कमप्य़ूटर बनाने में सफलता नही मिल पाई है जो गलती करने के बाद दूसरे कमप्य़ूटर पर दोषारोपण कर सके और अपना माईक या माउस उस पर फ़ेंक कर मार सके ।"
***
ज्ञान चर्चा :
"अब तक पूर्ण रूप से ऐसा आदर्श कमप्य़ूटर बनाने में सफलता नही मिल पाई है जो गलती करने के बाद दूसरे कमप्य़ूटर पर दोषारोपण कर सके और अपना माईक या माउस उस पर फ़ेंक कर मार सके ।"
***
ज्ञान चर्चा :
’यह बेहद आश्चर्य की बात है कि प्रतिदिन संसार में केवल उतनी ही घटनायें घटित होती हैं जिनसे एक समाचार पत्र पूरा पूरा भरा जा सकता है।"
***
ज्ञान चर्चा :
" हर सफ़ल व्यक्ति के पीछे ( चिर कुमार परम प्रिय श्री अन्ना हजारे जी को छोड़कर ) एक स्त्री होती है और उस स्त्री के पीछे उस व्यक्ति की पत्नी अपने पूरे रौद्र रूप में होती है ।"
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Tuesday, November 15, 2011
Sunday, November 6, 2011
चाँद और चाँदनी
-ओंम प्रकाश नौटियाल
-१-
कहा चाँद ने चाँदनी से,
"यह जो तुम रात में,
छोड़ मुझे आकाश में,
निकल मेरे बहुपाश से
पृथ्वी पर
पहुंच जाती हो,
प्रेमी युगलों की गोद में
निसंकोच बैठ जाती हो,,
खिडकी खुली देख
किसी भी
कक्ष में घुस जाती हो,
वृक्षों पर इठलाती हो,
पानी पर लहराती हो,
विरह में जलने वालों को
और जलाती हो,
तुम इससे क्या पाती हो ?
हाँ मुझे अवश्य ही
विरह वेदना दे जाती हो ",
-२-
चाँदनी ने कहा
"प्रियतम, लोगों की
असली सूरत और सीरत
रात में साफ़ नजर आती है,
चेहरे से नकाब हटा होता है
मेकअप मिटा होता है,
दिन के देश प्रेमी
रात में सिर्फ़ प्रेमी होते हैं,
श्वेत उजाले में
जो धुले उजले दिखते हैं,
रात के अंधेरे में
चोरी , बलात्कार
तसकरी ,व्यभिचार
और न जाने
किन किन अपराधों के
इतिहास रचते हैं,
उनके इस रूप को
निहारने का अलग आनन्द है
हर कोई कवि है
हर किसी के पास छंद हैं
नये नये रूप उन्हें पसंद हैं ,
दिन के जो योगी हैं
रात में सिर्फ़ भोगी हैं !!
-३-
मेरे प्रिय, मेरे चन्दा !
तुन्हीं बताओ
आकाशीय समरसता में
कहाँ रस हैं ,
यहाँ सिर्फ़ उबाऊ विस्तार है
पृथ्वी पर मीना बाजार है !!!!
(सर्वाधिकार सुरक्षित )
-१-
कहा चाँद ने चाँदनी से,
"यह जो तुम रात में,
छोड़ मुझे आकाश में,
निकल मेरे बहुपाश से
पृथ्वी पर
पहुंच जाती हो,
प्रेमी युगलों की गोद में
निसंकोच बैठ जाती हो,,
खिडकी खुली देख
किसी भी
कक्ष में घुस जाती हो,
वृक्षों पर इठलाती हो,
पानी पर लहराती हो,
विरह में जलने वालों को
और जलाती हो,
तुम इससे क्या पाती हो ?
हाँ मुझे अवश्य ही
विरह वेदना दे जाती हो ",
-२-
चाँदनी ने कहा
"प्रियतम, लोगों की
असली सूरत और सीरत
रात में साफ़ नजर आती है,
चेहरे से नकाब हटा होता है
मेकअप मिटा होता है,
दिन के देश प्रेमी
रात में सिर्फ़ प्रेमी होते हैं,
श्वेत उजाले में
जो धुले उजले दिखते हैं,
रात के अंधेरे में
चोरी , बलात्कार
तसकरी ,व्यभिचार
और न जाने
किन किन अपराधों के
इतिहास रचते हैं,
उनके इस रूप को
निहारने का अलग आनन्द है
हर कोई कवि है
हर किसी के पास छंद हैं
नये नये रूप उन्हें पसंद हैं ,
दिन के जो योगी हैं
रात में सिर्फ़ भोगी हैं !!
-३-
मेरे प्रिय, मेरे चन्दा !
तुन्हीं बताओ
आकाशीय समरसता में
कहाँ रस हैं ,
यहाँ सिर्फ़ उबाऊ विस्तार है
पृथ्वी पर मीना बाजार है !!!!
(सर्वाधिकार सुरक्षित )
Tuesday, November 1, 2011
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