इस बार होली में ------ओंम प्रकाश नौटियाल
वडोदरा 15th मार्च 2008
रंगत लिए हों प्यार की बरसाना ऐसे रंग
तकरार का क्या काम इस बार होली में ।
जो कुछ कहो किसी से हो मीठी जुबान में
मृदु वाणी ही मिष्ठान हो इस बार होली में ।
इठलाती टोलियाँ हों खुशियाँ ठिठोलियाँ हों
हर चेहरे पर शबाब हो इस बार होली में ।
अट्टालिका से उतरो और खेलो झुग्गियों में
यारों मिटा दो उंच नीच इस बार होली में ।
इस देश में कोई भी अब न खौफजदा हों
भाषा जाति छेत्र न पूछो इस बार होली में ।
रंगो की रंगीनियत से हों रंगीन हर एक रंग
जीवन में रंग ही रंग हों इस बार होली में ।